इन्कार कर
पतंगें-सा जलने से
इन्कार कर! इन्कार कर!
शमा-सा पिघलने से
इन्कार कर! इन्कार कर!
अंधेरा है, हाँ अंधेरा है!
डरता है अंधेरे की आगोश से?
बेचैनी! क्यूँ ये बेचैनी?
ख़ुद पे तुझे विश्वास नहीं?
क्या सवेरे की कोई आस नहीं?
ठंड है, हाँ ठंड है!
सिकुड़ता है अगहन की रात में?
बेदिली! क्यूँ ये बेदिली?
दुःख तुझे ये रास नहीं?
कोई राम कहानी क्या तेरे पास नहीं?
विलीन हो जाने से
इन्कार कर! इन्कार कर!
शून्य हो जाने से
इन्कार कर! इन्कार कर!
- अम्बर
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