By Chandra Prakash 'Ambar'
मेरे इतने पास भी न आना कि दूर जाना मुश्किल हो जाए, मुझसे इतना दूर भी न जाना कि पास आना मुश्किल हो जाए, फासला बस इतना रखना ऐ दोस्त कि किसी गलतफहमी का बीच में आना मुश्किल हो जाए।
-चन्द्र प्रकाश 'अम्बर'
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